आज पित्र पक्ष चतुर्दशी पर सिद्धवट पर स्नान के साथ तर्पण कर्म किया गया

उज्जैन- आज  शुक्रवार को श्राद्ध पक्ष की चतुर्दशी   को प्रसिद्ध तीर्थ सिद्धवट पर हजारों भक्तजन अपने पितरों की आत्मा शांति के लिए भगवान सिद्धवट पर  अपने पूर्वजों की आत्मा शांति के लिए दूध चढ़ा रहे हैं सुबह 4:00 बजे से ही यहां स्नान तथा तर्पण कर्म आरंभ हो गया है तथा  कल शनिवार 28 सितंबर को  सर्वपितृ अमावस्या  तथा शनिश्चरी अमावस होने के कारण समस्त पितरों के आत्म शांति के लिए हजारों भक्तजन श्राद्ध तर्पण कर भगवान सिद्ध वट पर अपने पितरों की आत्मा शांति के लिए दूध अर्पण करेंगे पंडित चतुर्वेदी ने बताया कि  कई वर्षों बाद  सर्वपितृ अमावस्या पर  शनिश्चरी अमावस का योग भी बना है  इस कारण भी इस सर्व पितरों अमावस का विशेष महत्व  पितरों की शांति के लिए है उपरोक्त जानकारी देते हुए सिद्धवट मंदिर के पुजारी पंडित सुरेंद्र चतुर्वेदी ने बताया कि  शुक्रवार प्रातः 4:00 बजे से भगवान से दौड़ मंदिर के पट खोले तथा सर्वप्रथम सिद्धवट मंदिर के पुजारी गण सर्वश्री पंडित सुधीर चतुर्वेदी पंडित गोपाल कृष्ण पुजारी ओम प्रकाश चतुर्वेदी पंडित दिनेश चतुर्वेदी उपेंद्र पुजारी अरविंद चतुर्वेदी पंडित  राघवेंद्र चतुर्वेदी शिवम पुजारी नीरज चतुर्वेदी एवं समस्त पुजारी मंडली समस्त भक्तों के पूर्वजों की आत्मा शांति के लिए तथा जनकल्याण एवं सृष्टि कल्याण के लिए भगवान सिद्धवट के पूजन अर्चन के पश्चात मंदिर प्रशासन द्वारा रखे गए निर्धारित पात्र में दूध द्वारा भगवान सिद्धवट  का दुग्ध अभिषेक किया गया उसके पश्चात से सभी भक्तगण भगवान से अपने पूर्वजों की एवं पितरों की आत्मा शांति के लिए दुग्ध अभिषेक करेंगे प्रातः 4:00 बजे से दुग्ध अभिषेक का सिलसिला प्रारंभ हुआ जो कि  भगवान  कि शयन आरती रात्रि 9:00 बजे तक भक्तों के लिए दुग्ध अभिषेक करने की व्यवस्था रहेगी पंडित सुरेंद्र चतुर्वेदी ने जिला एवं पुलिस प्रशासन से पुलिस बल इंतजाम तथा नगर पालिका निगम उज्जैन से  विद्युत व्यवस्था जल प्रदाय व्यवस्था का अनुरोध किया था जिसे देखते हुए इंतजाम किए गए हैं