दूध, मावा, पनीर के 61 नमूने लिए

इंदौर। खाद्य पदार्थों में मिलावट रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा नमूने लिए जाते हैं। पिछले दिनों स्वास्थ मंत्री  तुलसी सिलावट की सक्रियता के बाद  पूरे प्रदेश में अन्य खाद्य सामग्री सहित दूध के भी नमूने लिये गए, लेकिन इंदौर, भोपाल,  देवास जैसे जिलों को छोड़कर प्रदेश के कई जिलों में 10 नमूनों की भी जांच नहीं हुई। प्रदेश के 8-10 जिलों को छोड़कर शेष सभी जिले दूध के नमूनों की जांच करवाने में फिसड्डी निकले।
एक तरफ सरकार खाद्य पदार्थों में मिलावट रोकने का दावा कर रही है। वहीं दूसरी तरफ दूध जैसे नियमित उपयोग की जाने वाली वस्तु के नमूनों लेने के मामले में भी कई जिलों में स्वास्थ्य विभाग फीसड्डी साबित हुआ। हालांकि इस मामले में इंदौर टॉप के उन10 जिलों में शामिल है, जहां सबसे अधिक सेम्पल लिये गये। ज्ञात रहे कि इंदौर में पिछले तीन चार दशकों से दूध में कई तरह की मिलावट के मामले सामने आए हैं। पिछले दिनों यूरिया जैसे खतरनाक रसायन की मिलावट भी सामने आई। हाल ही में स्वास्थ्य विभाग द्वारा इंदौर में दूध विक्रेताओं पर कसी गई नकेल के बाद शहर में दूध के आवक कम हो गई है। जिले में दूध एवं दूध के उत्पादों 60 से अधिक नमूने लिए गए, लेकिन रिपोर्ट अब तक नहीं आई। जिससे मिलावट खोरोंं पर पूरी तरह से शिकंजा नहीं कस पाए।