उज्जैनl महानंदा नगर एरिना स्थित पिछड़ा वर्ग पोस्ट मैट्रिक छात्रावास में लग रहे मुखबधिर बालिका छात्रावास में मंगलवार को दोपहर 12:00 बजे अचानक 14 छात्राओं की तबियत खराब हो गई। तबियत बिगड़ने पर सभी छात्राओं को उपचार के लिए दोपहर 12:30 बजे जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया जहां उपचार अभी जारी है।
हॉस्टल अधीक्षक संध्या शर्मा को सुबह मनीषा पिता पप्पू सिंह उम्र 22 वर्ष सुनीता पिता राम सिंह उम्र 20 वर्ष शिवानी पिता देवीलाल उम्र 22 वर्ष रेखा पिता शंकरलाल उम्र 14 वर्ष सुनीता पिता कुमार सिंह उम्र 22 वर्ष सपना पिता दादू सिंह उम्र 17 वर्ष रचिता पिता कमल उम्र 16 वर्ष विनीता पिता वीरेंद्र उम्र 18 वर्ष रवीना पिता बालूराम उम्र 20 वर्ष अनीता पिता भेरु सिंह उम्र 16 वर्ष अर्पिता पिता भेरु सिंह उम्र 19 वर्ष रचना पिता बिरेंद्र उम्र 18 वर्ष पिंकी पिता महेश उम्र 17 वर्ष तथा पूजा पिता सरदार सिंह उम्र 17 वर्ष आदि छात्राओं को सर दर्द, पेट दर्द और उल्टी होने की शिकायत आई थी हॉस्टल में कुल 31 छात्राएं रह रही हैं। इस पर तत्काल सभी बीमार छात्राओं को जिला चिकित्सालय लाया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टर नरेंद्र गोमे ने बताया कि मौसम परिवर्तन व दूषित जल के कारण छात्राओं की तबियत बिगड़ी है। मामले की जानकारी लगते ही जिला कलेक्टर ने होस्टल से खाद्य सामग्री की जांच के आदेश दिए । जहां खाद्य विभाग ने जांच के लिए होस्टल से दाल चावल रोटी सब्जी पीने के पानी सहित खाद्य सामग्री के सेम्पल लिए है। खाद्य सुरक्षा अधिकारी शैलेश गुप्ता टीम के साथ दोपहर में हॉस्टल पहुंचे तथा वहां रखी खाद्य सामग्री के नमूने लिए गए हैं वहीं शेष छात्राओं से भी मुख बधिर एक्सपर्ट के साथ बातचीत कर खाद्य सामग्री की गुणवत्ता आदि के बारे में पूछताछ की जा रही है इधर शाम को 6:00 बजे के लगभग प्रभारी मंत्री सज्जन वर्मा कलेक्टर एसपी तथा सिविल सर्जन के साथ जिला चिकित्सालय पहुंचे तथा यहां ईएनटी वार्ड में भर्ती छात्राओं के हाल-चाल जाने I
मुक बधिर हॉस्टल की 14 छात्राएं एक साथ बीमार