यदि आप छोटी बचत योजनाओं ने निवेश करने का मन बना रहे हैं तो राष्ट्रीय बचत सर्टिफिकेट (NSC) आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकता है। इस स्कीम में आप 1 लाख रुपये निवेश कर 60 महीने बाद 1.46 लाख रुपये प्राप्त कर सकते हैं। इस प्रकार 2 लाख रुपये का एनएससी पांच साल की मैच्योरिटी की अवधि पूरी होने के बाद 2,92, 507 रुपये प्राप्त कर सकते हैं।
बैंकों में फिक्स डिपोजिट की तुलना में एनएससी में निवेश का रिटर्न ज्यादा मिलता है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया 5 साल के फिक्स डिपॉजिट पर 6.25 फीसदी की दर से ब्याज दे रहा है। वहीं एचडीएफसी की तरफ से इस समान अवधि के प्लान पर 6.9 फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा है।
ऐसे में यदि आप स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में 1 लाख रुपये जमा करते हैं तो 5 साल बाद आपको सिर्फ 1.35 लाख रुपये ही मिलेंगे। वहीं एचडीएफसी बैंक में यह राशि बढ़कर 1.39 लाख रुपये हो जाएगी। एनएससी को आप अपने पास के डाकघर से खरीद सकते हैं। यदि आप इसमें आज 100 रुपये निवेश करते हैं तो पांच साल बाद आपको 146 रुपये मिलेंगे।
खास बात है कि एनएससी में निवेश की न्यूनतम रकम 100 रुपये है। इसके लिए कोई अधिकतम सीमा निर्धारित नहीं है। ऐसे में आप इसमें अधिक से अधिक राशि का निवेश कर सकते हैं। एनएससी में चक्रवृद्धि ब्याज मिलता है लेकिन इसका भुगतान मैच्योरोटी की अवधि पूरी होने पर ही किया जाता है।
एनएससी में निवेश से आप टैक्स छूट का भी फायदा उठा सकते हैं। एनएससी में किया गया निवेश इनकम टैक्स की धारा 80 सी के तहत टैक्स छूट के दायरे में आता है। ऐसे में यदि आप टैक्स में बचत के लिए योजना बना रहे हैं तो एनएससी आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है। एनएससी को केवल व्यस्क अपने लिए, नाबालिग के नाम पर भी पोस्टऑफिस की वेबसाइट से खरीद सकते हैं।
बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने भी एनएससी में निवेश किया हुआ है। पीएमओ ने पिछले साल इस बात की जानकारी दी थी कि पीएम ने बैंक जमा और एनएससी में निवेश किया हुआ है। पीएम के पास 5.18 लाख रुपये का एनएससी है। सरकार की तरफ से एनएससी पर इस तिमाही में 7.9 फीसदी ब्याज दर को बरकरार रखा गया है।