इंदाैर. कैंसर एक ऐसी बीमारी है जो कई बार किसी-किसी मरीज में दोबारा लौटकर आ जाती है। इसके लिए अब एमवायएच में नई जांच सेवा शुरू की जा रही है। जिसे "डीएनए-प्लाइडी' कहते हैं। एमवायएच में ब्रेस्ट कैंसर का इलाज करवाने वाली महिलाओं की जांच की जाएगी। डॉक्टरों के अनुसार यह प्रदेश का पहला अस्पताल है जहां यह सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है।
एमजीएम मेडिकल कॉलेज के पैथोलॉजी विभाग ने पिछले साल से ही परिणाम आंकलन करने के लिए जांच शुरू कर दी जिसे अब प्रमाणीकरण मिलने के बाद नियमित रूप से किया जाएगा। डीएनए-प्लायडी जांच में कैंसर ट्यूमर के सेल की डीएनए जांच की जाएगी जिससे यह पता लगाया जाएगा कि सर्जरी के बाद महिला को दोबारा कैंसर होने की संभावना कितनी है?
हाल ही में ग्वालियर में हुई राज्य स्तरीय संगोष्ठी में पैथोलॉजी विभाग की प्राध्यापक डॉ. शिखा घनघोरिया ने इस जांच के बारे में बताते हुए कहा कि वर्ष 2018 से हमने यह जांच शुरू कर इसके परिणाम का आंकलन किया। 150 महिलाओं के बिनाइन (नाॅन-कैंसरस) और मेलिगनेंट (कैंसरस) दोनों तरह के ट्यूमर की जांच की गई लेकिन अब नियमित रूप से हम एमवायएच में ब्रेस्ट कैंसर के मरीजों की जांच की जाएगी। यह सुविधा सरकारी मेडिकल कॉलेज ही नहीं बल्कि निजी सेंटर्स पर भी नहीं हो रहा है।
डॉ. घनघोरिया ने बताया कि निजी अस्पताल में भी यह जांच नहीं की जाती है। कई बार कैंसर की सर्जरी के बावजूद मरीज में दोबारा कैंसर होने की संभावना होती है। इस जांच के जरिए यहीं पता लगाया जाएगा कि सर्जरी के बाद बाद मरीज में दोबारा बीमारी होने की संभावना कितने प्रतिशत होगी। इसमें एक इंडेक्स तैयार किया जाता है। जितना ज्यादा इंडेक्स होगा, बीमारी होने की संभावना उतनी अधिक होगी। एमवायएच के मरीजों के लिए यह सुविधा पूरी तरह नि:शुल्क होगी। इसके लिए इस्तेमाल होने वाले रि-एजेंट कॉलेज द्वारा उपलब्ध करवाए जाएंगे। राष्ट्रीय स्तरीय के शोधकर्ताओं द्वारा प्रमाणीकरण मिला।