भोपाल. दक्षिण पश्चिम मानसून ने इस साल मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में बारिश का 1756.5 मिमी का नया ऑल टाइम रिकॉर्ड बनाया है। ये प्रदेश के चारों महानगरों भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर और इंदौर मिलाकर सबसे अधिक है। मौसम विभाग के मुताबिक 1980 से उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार 40 साल में ये सीजन की सबसे अधिक बारिश है।
मौसम विज्ञान केन्द्र भोपाल के वरिष्ठ वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि इससे पहले 2006 में मानसून सीजन (जून से सितंबर तक) में 1686.4 मिलीमीटर बारिश का रिकार्ड था, जो इस साल 18 सितंबर को टूट गया। प्रदेश में अब भी बारिश का जारी है। इसकी गणना मानसून के बाद की जाएगी।
औसत बारिश का रिकॉर्ड भी टूटा
साहा ने बताया कि इस साल राज्य में हुई बारिश से प्रदेश की औसत बारिश का भी रिकाॅर्ड टूट गया है। इस साल प्रदेश में सामान्य से 43 प्रतिशत अधिक औसत बारिश हुई है। जबकि, 13 साल पहले साल 2006 में सामान्य से 41 प्रतिशत ज्यादा औसत बारिश हुई थी। अन्य महानगरों की बात करें, तो इंदौर में 1330.5 मिमी, जबलपुर में 1621.6मिमी और ग्वालियर 901.9 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
गांधी सागर बांध से पानी की निकासी का रिकॉर्ड टूटा
मंदसौर जिले में चंबल नदी पर बने गांधीसागर बांध से भी इस साल अब तक कुल 10300 एमसीएम (मिलियन क्यूबिक मीटर) पानी छोड़ा जा चुका है। अब भी बांध से पानी की निकासी की जा रही है। इससे करीब 46 साल पहले 1973 में गांधी सागर बांध से करीब 11 हजार एमसीएम पानी छोड़ा गया था। इस साल गांधीसागर में बांध के पूर्ण जलाव भराव क्षमता 1312 फीट से 7 फीट अधिक 1319 फीट तक जलस्तर हो गया था, बांध निर्माण के बाद ऐसा पहली बार हुआ। इससे कई गांव डूब में आ गए थे।
24 घंटे में सिवनी में 65 मिमी बारिश
मौसम विज्ञानी उदय सरवटे ने बताया कि शनिवार भी प्रदेश में कुछ स्थानों पर बारिश हुई है। सिवनी में 65 मिमी, मंडला 38, जबलपुर 16 तथा कुछ अन्य स्थानों पर छिटपुट वर्षा हुई है। भोपाल में 0.5 मिमी वर्षा हुई।
इन जिलों में भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों के दौरान नीमच, मंदसौर, रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर, आगर मालवा, राजगढ़, उज्जैन, गुना, धार और श्योपुर जिलों में कहीं कहीं भारी वर्षा होने की चेतावनी जारी की है।
राज्य के चार महानगरों में नंबर एक पर है भोपाल, दूसरे स्थान पर जबलपुर